Mindblown: a blog about philosophy.
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ऊँचा उठने के लिये
*💈💈 09 जून 2023 💈💈* Θ━𝒬☞︎︎︎꧁ω🌹ω꧂☜︎︎︎𝒬━Θ *आज का विचार* 𝒬☞︎︎︎ ऊँचा उठने के लिये, पंखों की जरूरत तो ………….𝒬☞︎︎︎ पक्षियों को पड़ती हैं, इंसान तो ……………….𝒬☞︎︎︎ जितना नीचे झुकता है वो उतना ही ऊपर उठता है!! *शुभ: प्रभात् * आज *(शुक्रवार )* का दिन *आपका शुभ हो..* Θ━𝒬☞︎︎︎꧁ω🌹ω꧂☜︎︎︎𝒬━Θ🙏🙏😊
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भय का कारण और निवारण
*🥀//०९ जून २०२३ शुक्रवार//🥀**//आषाढ़ कृष्णपक्ष षष्ठी २०८०//* ➖➖➖➖‼️➖➖➖➖ *‼ऋषि चिंतन‼*➖➖➖➖‼️➖➖➖➖〰️〰️〰️➖🌹➖〰️〰️〰️ *भय का कारण और निवारण* 〰️〰️〰️➖🌹➖〰️〰️〰️👉 *”डर” का सबसे बड़ा कारण है “अज्ञान”।* जिसे हम ठीक तरह नहीं जानते उससे प्रायः डरा करते हैं। सृष्टि के आरंभ में आदिम मनुष्य सूर्य, चंद्र, समुद्र, बादल, बिजली, नदी, पर्वत, आँधी, आग, सर्प का स्वरूप ठीक तरह समझ…
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शिष्टाचार सच्ची संपत्ति
*🥀//३१ मई २०२३ बुधवार//🥀* *//ज्येष्ठ शुक्लपक्ष एकादशी२०८०//* *👉आज…………………* *〰️निर्जला एकादशी〰️* है । ➖➖➖➖‼️➖➖➖➖ *‼ऋषि चिंतन‼* ➖➖➖➖‼️➖➖➖➖ 〰️〰️〰️➖🌹➖〰️〰️〰️ *➖ ❗”शिष्टाचार”❗ ➖* *〰️‼️सच्ची संपत्ति‼️〰️* 〰️〰️〰️➖🌹➖〰️〰️〰️ 👉 एक प्राचीन कहावत है कि *मनुष्य का परिचय उसके “शिष्टाचार” से मिल जाता है।* उसका उठना, बैठना, चलना, फिरना, बातचीत करना, दूसरों के घर जाना, रास्ते में परिचितों से मिलना, ऐसे…
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छलिया छैल छबीले की मुकुट छटा साजे टेढ़ी
छलिया छैल छबीले की, मुकुट छटा साजे टेढ़ी, मन मोहनी मूरत मोरपंख छड़ी, सिर पर सोहे सुन्दर टेढ़ी। कारी कारी घूंघर वारी, लट लटक रही जुल्फें टेढ़ी, गल मणिमाल कानों कुंडल, कर कमलो में मुरली टेढ़ी। कदम की पेड़ की छाँव खड़े, कमर कमाल करके टेढ़ी, पीताम्बर फर फर फहराता, तो तिरछे चरणन ऐड़ी टेढ़ी।…
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प्रेरक प्रसंग गुरु शिष्य और पतंग
*⚜️ आज का प्रेरक प्रसंग ⚜️* *!! सफल जीवन !!*~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ एक बार एक शिष्य ने अपने गुरू से पुछा- गुरुदेव ये सफल जीवन क्या होता है? गुरु शिष्य को पतंग उड़ाने ले गए, शिष्य गुरु को ध्यान से पतंग उड़ाते देख रहा था। थोड़ी देर बाद शिष्य बोला- गुरुदेव ये धागे की वजह से पतंग…
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गलत वक्त होता है
इंसान कभी गलत नही होता उसका वक्त गलत होता है, मगर लोग इंसान को गलत कहते हैं जैसे पतंग कभी नही कटती, कटता तो सिर्फ “धागा” ही है फिर भी लोग कहते हैं “पतंग” कटी। ? सुप्रभात ?
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कीमती हार और लड्डू गोपाल
ये कथा घर मे सबको जरूर सुनाएं।?? कमल किशोर सोने और हीरे के जवाहरात बनाने और बेचने का काम करता था। उसकी दुकान से बने हुए गहने दूर-दूर तक मशहूर थे। लोग दूसरे शहर से भी कमल किशोर की दुकान से गहने लेने और बनवाने आते थे। चाहे हाथों के कंगन हो, चाहे गले का…
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भगवान् का अड्रेस
(((( भगवान् का अड्रेस )))).रात के ढाई बजे थे, एक सेठ को नींद नहीं आ रही थी, वह घर में चक्कर पर चक्कर लगाये जा रहा था।.पर चैन नहीं पड़ रहा था। आखिर थक कर नीचे उतर आया और कार निकाली.. शहर की सड़कों पर निकल गया।.रास्ते में एक मंदिर देखा.. सोचा थोड़ी देर इस…
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प्रेरक प्रसंग
विचारों की शक्ति
*आज का प्रेरक प्रसंग* !! *विचारों की शक्ति* !!——————————————– आज हम पढ़ेंगे प्रेरक लघु कहानी के बारे जो दो छोटे भाइयों के बारे है | एक का नाम था हंसराज और दूसरे का नाम था अंशराज | एक दिन हंसराज निराश था । वह मन ही मन में कुछ गुस्से से बड़बड़ा रहा था !…
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व्यापार या दया – Prerak Prasang
Kahani ❤️व्यापार या दया❤️ हमेशा की तरह दोपहर को सब्जीवाली दरवाजे पर आई और चिल्लाई, चाची, “आपको सब्जियां लेनी हैं?” माँ हमेशा की तरह अंदर से चिल्लाई, “सब्जियों में क्या-क्या है?” सब्जीवाली :- ग्वार, पालक, भिन्डी, आलू , टमाटर…. दरवाजे पर आकर माँ ने सब्जी के सिर पर भार देखा और पूछा, “पालक कैसे दिया?”…
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