हे साँवरे
आँखों में आँसू है मेरे, चरण धुलाने आया हूँ
हाथों की ये बंद लकीरें, इन्हें ख़ुलाने आया हूँ
मारा मारा घूम घूम कर, तेरी शरण में आया हूँ
भावो के ये पुष्प साँवरिया, तुम्हे चढाने आया हूँ…
?जय श्री श्याम?
हे साँवरे
आँखों में आँसू है मेरे, चरण धुलाने आया हूँ
हाथों की ये बंद लकीरें, इन्हें ख़ुलाने आया हूँ
मारा मारा घूम घूम कर, तेरी शरण में आया हूँ
भावो के ये पुष्प साँवरिया, तुम्हे चढाने आया हूँ…
?जय श्री श्याम?
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