?????????
आनंद लूट ले बन्दे,
प्रभु की बन्दगी का।
ना जाने कब छूट जाये,
साथ जिन्दगी का।।
“ईश्वर से मेरी एक ही प्रार्थना है..
“महंगी घड़ी” सबको दे देना !
लेकिन…..
“मुश्किल घड़ी” किसी को न देना.”
?शुभ संध्या जी ?
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आनंद लूट ले बन्दे,
प्रभु की बन्दगी का।
ना जाने कब छूट जाये,
साथ जिन्दगी का।।
“ईश्वर से मेरी एक ही प्रार्थना है..
“महंगी घड़ी” सबको दे देना !
लेकिन…..
“मुश्किल घड़ी” किसी को न देना.”
?शुभ संध्या जी ?
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