जय श्री राधे कृष्णा जी
कश्तिया उन्ही की डूबती है ..
जिनके ईमान डगमगाते हैं !!
जिनके दिल में नेकी होती है ..
उनके आगे मंजिले भी सर झुकाती है !!
इंसान अपना वो चेहरा तो
खूब सजाता है जिस पर
लोगों की नज़र होती है
मगर आत्मा को सजाने की
कोशिश कोई नही करता
जिस पर परमात्मा की नजर होती है।
?? शुभ रात्रि ??
Leave a Reply