?*हरे कृष्णा*?
“माधव..?,,
किस को हम अपना कहते,,
यह दूनिया यार फरेबी हैं…,,?
?”मेरा तो यार *बांके बिहारी हैं.. ?
“पास रहकर भी, जुदा सी लगती है,,
“यह जिदंगी भी, बेवफा सी लगती है.. ?
“कान्हा”? मैं *तुम्हारे जी लूं……
“ये दुआ भी बद्दुआ सी लगती है,,?
“नाम *आपका लिखा है..आंखों में,, ?
” आँसुओं की, खता सी लगती है..,,
“प्यार करना भी जुर्म है शायद…मेरे सरकार ?
“इसलिये ये दुनिया भी खफा सी लगती है..,,
“पास रहकर जुदा सी लगती है,,
” ये जिंदगी बेवफा सी लगती है..गोविंद ??
?राधे राधे**हरि बोल?
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