साँवरिया ???
कैसे बयान करू ..अल्फ़ाज़ नहीं है,
दर्द का मेरे ..तुझे एहसास नहीं है….
पूछते हो मुझसे ..क्या दर्द है तुझे?
दर्द यह है के ..तू मेरे पास नहीं है…
तुम कभी आकर देख लो…मेरे श्याम
मेरी आखो मै भी
तुम्हारी तस्वीर के आगे ..कोई नजारा नही
खो गये तेरे इश्क मै इस कदर ….प्यारे
कि तेरे नाम के बिना कही… गुजारा ही नही
???जय श्री राधे राधे श्याम ????
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