ऐ मालिक
जरूरी तो नहीं तुम..
मेरी सारी ख्वाईशों को मानो..
दहलीज पर रख दी है अर्जी..
आगे तुम जानों…!!
????जय श्रीकृष्णा????
~शुभ प्रभात~
ऐ मालिक
जरूरी तो नहीं तुम..
मेरी सारी ख्वाईशों को मानो..
दहलीज पर रख दी है अर्जी..
आगे तुम जानों…!!
????जय श्रीकृष्णा????
~शुभ प्रभात~
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