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हे बिहारी जी
जहाँ बेचैन को चैन मिले,,
वो घर तेरा वृन्दावन है
जहां आत्मा को परमात्मा मिले
वो दर तेरा वृन्दावन है
मेरी रूह तो प्यासी थी,प्यासी है
तेरे लिए साँवरिया
जहां इस रूह को जन्नत मिले
वो स्थान ही मेरा श्री वृन्दावन है⚡
?जय हो वृन्दावन बिहारी लाल की ?
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