जिन्दगीं को देखने का
सबका
अपना अपना नजरिया होता है
कुछ लोग भावना में ही
दिल की बात कह देते है,
और…
कुछ लोग गीता पर हाथ
रख कर भी सच नहीं बोलते
? शुभ प्रभात ?
✍?✍?✍?✍?✍?✍?✍?✍?
जिन्दगीं को देखने का
सबका
अपना अपना नजरिया होता है
कुछ लोग भावना में ही
दिल की बात कह देते है,
और…
कुछ लोग गीता पर हाथ
रख कर भी सच नहीं बोलते
? शुभ प्रभात ?
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