?जय श्री श्याम?
तेरी कृपा की आस में हूँ मैं…. हे कृपालधारी….
मुझको भी बतला दे अब तू….अपनी लखदातारी….
थोड़ी सी अनुकम्पा मुझपे….हे दीनानाथ कर दे….
ले ले मुझे शरण मे अपनी….खुशियों से झोलियाँ भर दे….❣
?जय श्री श्याम?
तेरी कृपा की आस में हूँ मैं…. हे कृपालधारी….
मुझको भी बतला दे अब तू….अपनी लखदातारी….
थोड़ी सी अनुकम्पा मुझपे….हे दीनानाथ कर दे….
ले ले मुझे शरण मे अपनी….खुशियों से झोलियाँ भर दे….❣
by
Tags:
Leave a Reply