दरबार मे चाहे जितना भी इत्र

??मेरा श्याम मेरी जिंदगी??
सांवरे ….
दरबार मे चाहे जितना भी इत्र की खुशबू महके,
लेकिन हमारे वजूद को महकाने के लिए तो आपका जिक्र ही काफी है…!
बोलो बोलो प्रेमियो ‘श्याम बाबा’ की जय श्याम बाबा की जय खाटू वाले की जय ।
??जय श्री श्याम जी??


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