?!!..हे केशव…..?
दिल के सागर मे लहरे उठाया ना करो…कान्हा….?
ख्वाब बनकर नींद चुराया ना
करो कान्हा…..♥♥♥
बहुत चोट लगती है …….
मेरे दिल को!!………..?
तुम ख्वाबो में आ कर यूँ तड़पाया ना करो .””कान्हा””…………?
?…राधे कृष्णा जी…?
दिल के सागर मे लहरे उठाया ना करो कान्हा
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