फकीर मिज़ाज़ हूँ मैं

फकीर मिज़ाज़ हूँ मैं,
अपना अंदाज औरों से जुदा रखता हूँ..??
लोग मंदिर मस्जिदों में जाते है,
मैं अपने दिलमें “महाकाल” रखता हूँ.. –

JAI HO MAHAKAL KI…

?????????


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