बुराई बड़ी मीठी है, उसकी चाहत कम नहीं होती !
सच्चाई बड़ी कड़वी है, सबको हजम नहीं होती.. !!
कुछ कह गए, कुछ सह गए,
कुछ कहते कहते रह गए.!
मै सही तुम गलत के खेल में न जाने कितने रिश्ते ढह गए !!
??? जय श्री श्याम ???
बुराई बड़ी मीठी है, उसकी चाहत कम नहीं होती !
सच्चाई बड़ी कड़वी है, सबको हजम नहीं होती.. !!
कुछ कह गए, कुछ सह गए,
कुछ कहते कहते रह गए.!
मै सही तुम गलत के खेल में न जाने कितने रिश्ते ढह गए !!
??? जय श्री श्याम ???
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