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मुसाफिर हूँ मैं राही हूँ
मैं महाकाल के कलम की स्याही हूँ
मुझे पढ़ सका है बस वो ही
मैं जिसके हाथों की लिखाई हूँ
??जय श्री महाकाल??
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मुसाफिर हूँ मैं राही हूँ
मैं महाकाल के कलम की स्याही हूँ
मुझे पढ़ सका है बस वो ही
मैं जिसके हाथों की लिखाई हूँ
??जय श्री महाकाल??
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