???????
सुनो Kanha Ji,
मैंने लिखना शुरू किया
कि तुम क्या क्या हो…
ज़िन्दगी हो,
चाँद हो,
नज़्म हो,
नूर हो,
छाँव हो,
आइना हो,
पता है….
सबसे सुंदर क्या लिखा मैंने..
“तुम मेरे हो”
???
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सुनो Kanha Ji,
मैंने लिखना शुरू किया
कि तुम क्या क्या हो…
ज़िन्दगी हो,
चाँद हो,
नज़्म हो,
नूर हो,
छाँव हो,
आइना हो,
पता है….
सबसे सुंदर क्या लिखा मैंने..
“तुम मेरे हो”
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