मैं शिव हूँ केवल शिव हूँ

मैं शिव हूँ केवल , शिव हूँ , शिव…?

मैं विकारों से रहित ,
विकल्पों से रहित , निराकार ,
परम एश्वर्य युक्त , सर्वदा यत्किंच सभी में सर्वत्र ,
समान रूप में ब्याप्त हूँ ,
मैं ईक्षा रहित , सर्व संपन्न ,
जन्म -मुक्ति से परे ,
सच्चिदानंद स्वरुप कल्याणकारी..
शिव हूँ केवल शिव …?

न मृत्यु , न संदेह ,
न तो जाति-भेद (खंडित ) हूँ ,
न पिता न माता , न जन्म न बन्धु ,
न मित्र न गुरु न शिष्य ही हूँ ;
मैं तो केवल स्वरुप कल्याणकारी …
शिव हूँ , शिव …?

विभत्स हूँ विभोर हूँ
मैं समाधी में ही चूर हूँ
मैं शिव हूँ। मैं शिव हूँ। मैं शिव हूँ। ?

घनघोर अँधेरा ओढ़ के
मैं जन जीवन से दूर हूँ
श्मशान में हूँ नाचता
मैं मृत्यु का ग़ुरूर हूँ
मैं शिव हूँ। मैं शिव हूँ। मैं शिव हूँ। ?

साम – दाम तुम्हीं रखो
मैं दंड में सम्पूर्ण हूँ
मैं शिव हूँ। मैं शिव हूँ। मैं शिव हूँ। ?

चीर आया चरम में
मार आया मैं को मैं
मैं मैं नहीं
मैं भय नहीं
मैं शिव हूँ। मैं शिव हूँ। मैं शिव हूँ। ?

जो सिर्फ तू है सोचता
केवल वो मैं नहीं
मैं शिव हूँ। मैं शिव हूँ। मैं शिव हूँ। ?

मैं काल का कपाल हूँ
मैं मूल की चिंघाड़ हूँ
मैं मग्न…मैं चिर मग्न हू
मैं एकांत में उजाड़ हूँ
मैं शिव हूँ। मैं शिव हूँ। मैं शिव हूँ। ?

मैं आग हूँ
मैं राख हूँ
मैं पवित्र राष हूँ
मैं पंख हूँ
मैं श्वाश हूँ
मैं ही हाड़ माँस हूँ
मैं ही आदि अनन्त हूँ
मैं शिव हूँ। मैं शिव हूँ। मैं शिव हूँ। ?

मुझमें कोई छल नहीं
तेरा कोई कल नहीं
मौत के ही गर्भ में
ज़िंदगी के पास हूँ
अंधकार का आकार हूँ
प्रकाश का मैं प्रकार हूँ
मैं शिव हूँ। मैं शिव हूँ। मैं शिव हूँ। ?

मैं कल नहीं मैं काल हूँ
वैकुण्ठ या पाताल नहीं
मैं मोक्ष का भी सार हूँ
मैं पवित्र रोष हूँ
मैं ही तो अघोर हूँ
मैं शिव हूँ। मैं शिव हूँ। मैं शिव हूँ। ?

चीर आया चरम में
मार आया मैं को मैं
मैं , मैं नहीं
मैं भय नहीं
मैं शिव हूँ। मैं शिव हूँ मैं शिव हूँ। ?

मेरे महाकाल कहते हैं कि मत सोच
तेरा सपना पूरा होगा या नहीं
क्योंकि जिसके कर्म अच्छे होते हैं
उनकी तो मैं भी मदद करता हूँ

जो सिर्फ तू है सोचता
केवल वो मैं नहीं
मैं महाकल हूँ। मैं महकाल हूँ। मैं हाकाल हूँ। ?

ना पूछो मुझसे मेरी पहचान
मैं तो भस्मधारी हूँ
भस्म से होता जिनका श्रृंगार
मैं उस महाकाल का पुजारी हूँ
हर हर महादेव…?

मैं आग हूँ
मैं राख हूँ
मैं पवित्र राष हूँ
मैं पंख हूँ
मैं श्वाश हूँ
मैं ही हाड़ माँस हूँ
मैं ही आदि अनन्त हूँ
मैं शिव हूँ। मैं शिव हूँ। मैं शिव हूँ। ?

मैं काल का कपाल हूँ
मैं मूल की चिंघाड़ हूँ
मैं मग्न…मैं चिर मग्न हूँ
मैं एकांत में उजाड़ हूँ
मैं महाकल हूँ। मैं महकाल हूँ। मैं हाकाल हूँ। ?

शिव सत्य है, शिव अनंत है,
शिव अनादि है, शिव भगवंत है,
शिव ओंकार है, शिव ब्रह्म है,
शिव शक्ति है, शिव भक्ति है,
आओ भगवान शिव का नमन करें,
उनका आशीर्वाद हम सब पर बना रहे।

मुझमें कोई छल नहीं
तेरा कोई कल नहीं
मौत के ही गर्भ में
ज़िंदगी के पास हूँ
अंधकार का आकार हूँ
प्रकाश का मैं प्रकार हूँ
मैं शिव हूँ। मैं शिव हूँ। मैं शिव हूँ। ?

मेरे महाकाल तुम्हारे बिना मैं शून्य हूँ
तुम साथ हो महाकाल तो में अनंत हूँ
जय श्री त्रिकालनाथ महाकाल…????

मैं कल नहीं मैं काल हूँ
वैकुण्ठ या पाताल नहीं
मैं मोक्ष का भी सार हूँ
मैं पवित्र रोष हूँ
मैं ही तो अघोर हूँ
मैं महाकल हूँ। मैं महकाल हूँ। मैं हाकाल हूँ। ?

ॐ त्र्यम्बकम् यजामहे सुगन्धिम्पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनात् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात।।
? ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ ?


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