जय श्री राधे कृष्ण
मोहे वास मिले वृंदावन को
में नित उठ यमुना पुलिन में नहाऊं
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गिरी गोवर्धन की दय परिक्रमा
जीवन अपना सफल बनाऊँ
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सेवा कुँज की करूँ आरती
ब्रज की रज में ही मिल जाऊं
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ऐसी कृपा करो श्री राधे
वृंदावन छोड़ कहीं न जाऊं
??
जय श्री राधे राधे जी ??
मोहे वास मिले वृंदावन को
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