मौत को मैं मुठ्ठी में रखता हुँ,
मेरे हर सास को सावधान रखता हुँ…
अरे ! कोई मेरे अरमानों की होली क्या करेगा…
महाकाल का भक्त हुँ,
दिल में सुलगता समशान रखता हुँ…
???जय श्री महांकाल???
मौत को मैं मुठ्ठी में रखता हुँ,
मेरे हर सास को सावधान रखता हुँ…
अरे ! कोई मेरे अरमानों की होली क्या करेगा…
महाकाल का भक्त हुँ,
दिल में सुलगता समशान रखता हुँ…
???जय श्री महांकाल???
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