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*??जय श्री श्याम ज़ी ??*
*ये दास जिसकी करे चाकरी*
*जगत सेठ कहलाता है*
*जब जी चाहे उसका मुझको*
*अपने पास बुलाता है*
*जो कुछ मेरे पास है सबकुछ*
*दिया हुआ दातार का*
*हमने भी अब सोच लिया है*
*जो हुकुम सरकार का।।*
? *जय श्री श्याम* ?
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