ले चल अपने साथ सांवरिया
ये दुनिया ना मेरी है
बना जिस्म तो मिट्टी का
मगर रूह ये तेरी है
तेरे बिन कोई नही
जिंदगी हर एक सांस अधूरी है
अब तो आ जा साँवरिया
मिलना तेरा जरूरी है
तू मुझसे तो नही है
मेरी ही मगरूरी है
मेरी मेरी मिटा दे
साँवरिया
फिर तेरी ही तेरी है।
ll हरे कृष्ण ll
Leave a Reply