सब्र की जड़े चाहे जैसी भी हो

“सुप्रभात…”
???
सब्र की जड़े चाहे जैसी भी हो,
इसके फल सदैव मीठे होते हैं..!!
???
“शुभदिवस”


by

Tags:

Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *