तेरी मेहरबानियों का सिल – सिला,
बस “श्याम” यूँ ही चलता रहे।
मैं दिन भर “जय श्री श्याम” जपूँ,
और रात को तू सपनों में मिलता रहे।।
????जय श्री श्याम जी ????
तेरी मेहरबानियों का सिल – सिला,
बस “श्याम” यूँ ही चलता रहे।
मैं दिन भर “जय श्री श्याम” जपूँ,
और रात को तू सपनों में मिलता रहे।।
????जय श्री श्याम जी ????
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