मुझे नशा है तुझे याद करने का,
ऐ मेरे सावँरिया …
और, ये नशा में सरेआम करता हूँ.
पूछते है लोग…
कितना प्यार है तुझे सावँरिया से..
मैने कहा…
अगर बारिश की बुँदे गिन सकते हो तो उतना…
।। जय श्री श्याम।।
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मुझे नशा है तुझे याद करने का,
ऐ मेरे सावँरिया …
और, ये नशा में सरेआम करता हूँ.
पूछते है लोग…
कितना प्यार है तुझे सावँरिया से..
मैने कहा…
अगर बारिश की बुँदे गिन सकते हो तो उतना…
।। जय श्री श्याम।।
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