मेरी तकदीर के मालिक,
मेरी तकदीर तो तुम हो।
जो उभरी है सितारो पे,
मेरी तस्वीर तुम हो।
यह दौलत, यह शोहरत,
सफर श्मशान तक का है।
जो आखिर साथ जाना है,
असल जागीर तो मेरे श्याम तुम हो।
।। जय श्री श्याम।।
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मेरी तकदीर के मालिक,
मेरी तकदीर तो तुम हो।
जो उभरी है सितारो पे,
मेरी तस्वीर तुम हो।
यह दौलत, यह शोहरत,
सफर श्मशान तक का है।
जो आखिर साथ जाना है,
असल जागीर तो मेरे श्याम तुम हो।
।। जय श्री श्याम।।
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