मेरे श्याम….
कभी तो होगी रौशन मेरी भी ज़िन्दगी,
इंतेज़ार मुझे सुबह का नहीं, तेरी रहमत का हे
सपने भी “श्याम” से है…
अपने भी “श्याम” से है !
यारो यूं कहो कि अपनी तो दुनिया ही “बाबा श्याम” से है !
ॐ श्री श्याम देवाय नमः.?
मेरे श्याम….
कभी तो होगी रौशन मेरी भी ज़िन्दगी,
इंतेज़ार मुझे सुबह का नहीं, तेरी रहमत का हे
सपने भी “श्याम” से है…
अपने भी “श्याम” से है !
यारो यूं कहो कि अपनी तो दुनिया ही “बाबा श्याम” से है !
ॐ श्री श्याम देवाय नमः.?
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