? वो रिश्ते बड़े प्यारे होते हैं,
जिनमें न हक़ हो, न शक हो.
न अपना हो, न पराया हो,
न दूर हो, न पास हो..
न जात हो, न जज़बात हो,
सिर्फ अपनेपन का
एहसास ही एहसास हो?
? Good? ? *morning ?
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“सारा जहाॅ उसीका है
जो मुस्कुराना जानता है
रोशनी भी उसीकी है जो
शमा जलाना जानता है
हर जगह मंदिर,मस्जिद, गुरूद्वारे है।
लेकीन इश्वर तो उसीका है जो
“सर” झुकाना जानता है…..
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♨ सुप्रभात ♨
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