? जय श्री कृष्ण ?
मुनि मन रंजन , भव भय भंजन , दुष्ट दल गंजन परम पूज्य श्री कृष्ण चन्द्र आनंदकंद महाराज की चमत्कृत कृपा से आप श्री छिन छिन पलछिन मदन मोहन प्रभु के चरणों में नत मस्तक रहा करें , इसी मंगल कामना के साथ हृदय की गहराइयों से रस रसीला सुप्रभात .
राधे राधे .
जय जय श्री राधे .
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