लोग कहते हैं कि- ईश्वर सबका भाग्य लिखता है.!
? यदि ऐसा होता तो, परमात्मा सबका भाग्य बहुत ही अच्छा लिखता,
और दुनिया में किसी को कोई दुःख नहीं होता.!
? पर ऐसा नहीं है- ईश्वर ने हर किसी को कर्म रूपी एक ऐसी कलम दी है,
जिसके द्वारा वह अपना भाग्य स्वयं लिख सकता है.!!✍
? ?आपका दिन शुभ हो।? ?
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