देख कर तेरे खाटु के नजारों को साँवरे नींद कहा आती है ??
सुधबुध खोयी रहती है तेरे दीवानों की बस घड़ी घड़ी तेरी याद सताती है ?
जय श्री श्याम…✍?…?…?
देख कर तेरे खाटु के नजारों को साँवरे नींद कहा आती है ??
सुधबुध खोयी रहती है तेरे दीवानों की बस घड़ी घड़ी तेरी याद सताती है ?
जय श्री श्याम…✍?…?…?
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