*कैसे मान लूँ की तू पल पल में शामिल नहीं*?.
*कैसे मान लूँ की तू हर चीज़ में हाज़िर नहीं*?.
*कैसे मान लूँ की तुझे मेरी परवाह नहीं*?.
*कैसे मान लूँ की तू दूर हे पास नहीं*?.
*देर मैने ही लगाईं पहचानने में मेरे श्याम*? .
*वरना तूने जो दिया उसका तो कोई हिसाब ही नहीं*.?
*जैसे जैसे मैं सर को झुकाता चला गया*?
*वैसे वैसे तू मुझे उठाता चला गया*….?.
*बस एक ही नाम*
*जय श्री श्याम*
??????
*जय जय बाबा श्याम??*
*जय जय खाटू धाम??*
कैसे मान लूँ की तू पल पल में शामिल नहीं
by
Tags:
Leave a Reply