तकदीर के खेल से नाराज नहीं होते

? *तकदीर के खेल से*
*नाराज नहीं होते*।?
???
*जिंदगी में कभी*
*उदास नहीं होते*।
???
*हाथों किं लक़ीरों पे*
*यक़ीन मत करना*।
?????
*तकदीर तो उनकी भी होती हैं ,*
*जिन के हाथ ही नहीं होते*।
*ना दूर रहने से रिश्ते टूट जाते हैं*
*और*
*ना पास रहने से जुड़ जाते हैं*
*यह तो एहसास के पक्के धागे है*
*जो*
*याद करने से*
*और मज़बूत हो जाते है।*

GOOD *MORNING*


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