*मन की आंखो से*
*कृष्ण का दीदार करो,*
*दो पल का है अन्धेरा*
*बस सुबह का इन्तजार करो।*
*क्या रखा है*
*आपस के बैर मे ए यारो,*
*छोटी सी है ज़िंदगी बस*
*हर किसी से प्यार करो…!*
*???शुभप्रभात???*
? *Good➰?Morning*?
*मन की आंखो से*
*कृष्ण का दीदार करो,*
*दो पल का है अन्धेरा*
*बस सुबह का इन्तजार करो।*
*क्या रखा है*
*आपस के बैर मे ए यारो,*
*छोटी सी है ज़िंदगी बस*
*हर किसी से प्यार करो…!*
*???शुभप्रभात???*
? *Good➰?Morning*?
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