?माँ को ही बाग़ है, माँ ही राखनहार,
माँ सींचे जब खड़ी, हरदम रहे बहार…
आंधी चाले जोर पण, पात नहीं गिर पाए,
लाडो बगिया माँ की, हरी भरी लहराए…????
???जय माँ ??
?माँ को ही बाग़ है, माँ ही राखनहार,
माँ सींचे जब खड़ी, हरदम रहे बहार…
आंधी चाले जोर पण, पात नहीं गिर पाए,
लाडो बगिया माँ की, हरी भरी लहराए…????
???जय माँ ??
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