??जय हो प्रियाकांत जु की??
जीवन के हर कदम पर
हमारी सोच, हमारे बोल, तथा हमारे कर्म ही हमारा भाग्य लिखते हैं |
जो इंसान “खुद” के लिये जीता है,
उसका एक दिन “मरण” होता है।
पर जो इंसान ”दूसरों” के लिये जीता है,
उसका हमेशा “स्मरण” होता है।
???जय श्री राधे राधे जी ???
Leave a Reply