शब्दों के दांत नहीं होते है
लेकिन शब्द जब काटते है
तो दर्द बहुत होता है और कभी-कभी
घाव इतने गहरे हो जाते है कि
जीवन समाप्त हो जाता है
परन्तु घाव नहीं भरते !!
इसलिए जीवन में जब भी बोलो मीठा बोलों
एक “शब्द” औषधि करे,
और एक “शब्द” करे “सौ” “घाव”,,,!
?????जय श्री श्याम शुभ दिन??????
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