कल शीशा था सब देख देख कर जाते

कल शीशा था,
सब देख-देख कर जाते थे।
आज टूट गया,
सब बच-बच कर जाते हैं।
समय के साथ,
देखने और इस्तेमाल का
नजरिया बदल जाता है।

☺ GOOD MORNING ☺
?☘??????


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