ऐ परमात्मा मेरे??♂
हर पल का “शुकराना”??♀
हर स्वांस का “शुकराना”??♀
हाथ थामने का “शुकराना”??♀
सिर पर हाथ रखने का
“शुकराना”??♀??♂
हर दुख से बचाने का
“शुकराना”??♀??♂
अंग संग रहने का “शुकराना”??♀
अपना बनाने का “शुकराना”??♀
“शुकराना”??♀??♂ आपके हर रहमों कर्म का
??जय हनुमान जी की जय??
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