?सुप्रभात?
सुबह की नींद इंसान के इरादों को कमज़ोर करती है…मंज़िलों को हाँसिल करने वाले कभी देर तक सोया नहीं करते..।वो आगे बढ़ते है जो सूरज को जगाते है,वो पीछे रह जाते हैं जिनको सूरज जगाता है.।मुझे किसी की जरूरत नहीं है -‘यह अहम है।सबको मेरी जरूरत है – यह ‘वहम’ है।
आपका दिन मंगलमय हो ।?
सुबह की नींद इंसान के इरादों को
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