सोने में जब जड़ कर हीरा,
आभूषण बन जाता है,
वह आभूषण फिर सोने का नही,
हीरे का कहलाता है ।
काया इंसान की सोना है और,
कर्म हीरा कहलाता है,
कर्मो के निखार से ही,
मूल्य सोने का बढ़ जाता है।
मुश्किलों को हराते है
चलो थोड़ा मुस्कुराते है
?जय श्री कृष्णा?
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