सुप्रभातम ?
कपड़े से छाना हुआ पानी,स्वास्थ्य ठीक रखता है और विवेक से छानी हुई वाणी,संबंध को ठीक रखती है । भले ही शब्द को कोई स्पर्श नहीं कर सकता,पर शब्द सभी को स्पर्श कर जाते है।गुणों के सहारे ही व्यक्ति सफल हो पाता है,मगर विनय और विवेक साथ हो तो शिखर छू जाता है!
कपड़े से छाना हुआ पानी
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