मांगत मांगत मान घटे ओर प्रीति घटे नित के घर जाये से,
ओछे की संगत से बुद्धि घटे,
ओर क्रोध घटे मन के समझाये से,
कहे वो सुदामा सुनो ओ सुसीले पाप घटे हरी के गुण गाये से !!
शुभ संध्या!
जय श्री कृष्ण ?
मांगत मांगत मान घटे ओर प्रीति घटे नित के घर जाये से,
ओछे की संगत से बुद्धि घटे,
ओर क्रोध घटे मन के समझाये से,
कहे वो सुदामा सुनो ओ सुसीले पाप घटे हरी के गुण गाये से !!
शुभ संध्या!
जय श्री कृष्ण ?
by
Tags:
Leave a Reply