तूफ़ां ने गिरानी चाही हर बार मेरी हस्ती
पर जिसकी पतवार श्याम ने थामी उसकी डूबे कैसे कश्ती?
मुझे तो तेरी ❤मोहब्बत ने मशहूर ☺कर दिया*
प्यारे….?
वरना मैं ?सुर्खियों में रहू मेरी इतनी औकात नहीं…..
दुनिया चाहे जितना जोर लगा ले मेरी कश्ती को डुबोने को
मेरा बाबा हर बार आएगा मेरी नैया पार लगाने को…
❣❣ जय श्री श्याम❣❣?
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