Author: statusmsg

  • बेहतर से बेहतर की तलाश करो

    बेहतर से बेहतर की तलाश करो मिल जाये नदी तो समंदर की तलाश करो, टूट जाता है शीशा पत्थर की चोट से टूट जाये पत्थर ऐसा शीशा_तलाश करो…. Good morning ?????????

  • कुछ नेकियाँ और कुछ अच्छाइयां

    कुछ नेकियाँ और कुछ अच्छाइयां.. अपने जीवन में ऐसी भी करनी चाहिए, जिनका ईश्वर के सिवाय.. कोई और गवाह् ना हो…!! जय श्री कृष्णा ?????????

  • तेरे प्यार मे दो पल की जिन्दगी बहुत है

    मेरे श्याम तेरे प्यार मे दो पल की जिन्दगी बहुत है एक पल की हँसी और एक पल की खुशी बहुत है ये दुनिया मुझे जाने या ना जाने तेरी आँखे मुझे पहचाने यही मेरे लिए बहुत है । ?????????

  • सुना है कान्हा तेरी नशीली आँखों का

    सुना है कान्हा तेरी नशीली आँखों का बड़ा नाम है,,,?? आज नज़रो से पिला दो हम तो वैसे भी बदनाम हैं…. ??बिहारी जी?? #राधे_राधे????????

  • पन्नॊ पर बिखेरता हूँ तेरे नाम की खुशबू

    ??पन्नॊ पर बिखेरता हूँ तेरे नाम की खुशबू…~कान्हा ~ ओर लोग कहते है वाह क्या कमाल की महक हे??…. राधे श्री राधे

  • मनुष्य का हृदय कभी भी

    मनुष्य का हृदय कभी भी भरा नहीं जा सकता? धन से, पद से, ज्ञान से-किसी से भी भरो, वह खाली ही रहेगा। क्योंकि इन चीजों से भरने के लिए वह बना ही नहीं है। मनुष्य जितना पाता है, उतना ही दरिद्र होता जाता है। हृदय की इच्छाएं कुछ भी पाकर शांत नहीं होती हैं। क्यों?…

  • मनमोहन की बाँसुरी

    ?जय श्री कृष्ण? सुभप्रभात मनमोहन की बाँसुरी, लेती राधा नाम ! मधुवन आई राधिका, छोड़-छाड़ के काम ! मनमोहक है सांवरे, कहते चितवन चोर ! कण-कण में व्यापत वही, दिखते है चहुंओर ! ?. * ?जय श्री कृष्ण

  • ​एक तो मेरे बांके बिहारी

    ​एक तो मेरे बांके बिहारी,दूजी राधे सरकार?❤​ ​मेरे , दो ही रिश्तेदार​ ​एक बजावे मधुर मुरलियां दूजी करे भवपार..​ ​मेरे दो ही रिश्ते दार।​ ​।। राधे राधे जी।।?❤?​

  • चाहे मिले लाखों जनम मुझको

    मेरे श्याम……. चाहे मिले लाखों जनम मुझको, हर जनम में श्याम प्रेमी कहलाऊँ.. तेरे ही नाम के सहारे दुनिया में, अपनी अलग पहचान बनाऊँ.. ????जय श्री श्याम जी ????

  • यदि आप के चंद मीठे बोलों से किसी

    यदि आप के चंद मीठे बोलों से किसी का रक्त बढ़ता है तो यह भी रक्त दान है यदि आप के द्वारा किसी की पीठ थपथपाने से उसकी थकावट दूर होती है तो यह भी श्रम दान है यदि आप कुछ भी खाते समय उतना ही प्लेट में लें कि कुछ भी व्यर्थ ना जाए…