Author: statusmsg

  • जीवन बाँसुरी की तरह है

    जीवन बाँसुरी की तरह है जिसमे बाधाओं रूपी कितने भी छेद क्यों न हो लेकिन जिसको उसे बजाना आ गया उसे जीवन जीना आ गया अज्ञानी व्यक्ति गलती छिपाकर बडा बनना चाहता है, औऱ ज्ञानी व्यक्ति गलती मिटाकर बडा बनना चाहता है. सुभरात्री ??????

  • काँटों पर चलकर फूल खिलते हैं

    काँटों पर चलकर फूल खिलते हैं, विश्वास पर चलकर . भगवान .. मिलते हैं, एक बात सदा याद रखना दोस्त!! सुख में सब मिलते है, लेकिन दुख में सिर्फ .. भगवान .. मिलते है. . ? Զเधे -Զเधे ? ??सुभप्रभात?? ????

  • तुमसे अच्छा कोई लगता ही नहीं

    तुमसे अच्छा कोई लगता ही नहीं, तुम्हारे सिवा कोई और जंचता ही नही। कैसे पलकें उठा लूँ मै तुम्हारे चेहरे से, तुम को देखे बिना जी भरता ही नही।। जय श्री श्याम।।??

  • एक चाहत होती है अपनों के साथ

    ✍ एक चाहत होती है… अपनों के साथ जीने की, वरना पता तो हमें भी है …कि मरना अकेले ही है!” मित्रता एवं रिश्तेदारी “सम्मान” की नही “भाव” की भूखी होती है… बशर्तें लगाव “दिल” से होना चाहिए “दिमाग” से नही. ??शुभ प्रभात?

  • मुसाफिर हूँ मैं राही हूँ

    ????????? मुसाफिर हूँ मैं राही हूँ मैं महाकाल के कलम की स्याही हूँ मुझे पढ़ सका है बस वो ही मैं जिसके हाथों की लिखाई हूँ ??जय श्री महाकाल?? ?????????

  • खाली दामन भी भर देता है

    खाली दामन भी भर देता है, हर मुराद भी पूरी कर देता है। जब देने पर आता है “श्याम” तो, लिखा तकदीर का भी बदल देता है।। ????जय श्री श्याम जी ????

  • कोई हालात को नहीं समझता

    कोई “हालात” को नहीं समझता, तो कोई “जज़्बात” को नहीं समझता। ये तो बस अपनी-अपनी “समझ” है…… कोई “कोरा कागज़” भी पढ़ लेता है, तो कोई पूरी “किताब” नहीं समझता। ?शुभ प्रभात?

  • नेक इंसान बनने के लिए

    ✍…. नेक इंसान बनने के लिए उतनी ही कोशिश करो। जितना खूबसूरत दिखने के लिए करते हो।।…….✍ ?सुप्रभात जय श्री कृष्णा?

  • कभी आओ मेरे पास

    ????????? हे कैलाशपति?? कभी आओ मेरे पास तुम्हारे पांव दबा दूँ..! मेरी सांसों में चलते चलते तुम भी थक गये होंगे..गंगा धारी ??मेरे भोलेनाथ ??इत्तर की खुशबू के जैसा, महकता है तेरा दरबार.. ऐसे ही खुशियों से महका दो, हम सभी का परिवार.. ?????????

  • न लम्बी बातें हैं

    न लम्बी बातें हैं..न मिसालें हैं..और न ही दलीलें हैं…. बस इतना ही है.. “मेरे कान्हा” “मुझे तुमसे बेपनाह मोहब्बत है.!.” II जय हो मेरे लड्डूगोपाल जी II