Category: कृष्ण भक्ति स्टेटस
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ये वृन्दावन है ये किसी को बुलाता नहीं
ये वृन्दावन है, ये किसी को बुलाता नहीं न किसी के साथ जाता है इसका एक अमोघ सम्मोहन पाश है जो हर किसी को अपनी ओर खींच लेता है और, एक बार जो इस पाश में बंध गया कमबख्त फिर वो यहीं का होकर रह गया..!!❤ वृन्दावन….. एक ऐसा शहर, जो कभी नहीं देखता कि…
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मेरे ठाकुर को मक्खन बहुत पसंद हैं
मेरे ठाकुर को मक्खन बहुत पसंद हैं, सब जानते है। ऐसा क्यों? बहुत सोचने पे समझ आया कि, पहले दूध, फिर दही, फिर मक्खन और आखिर में घी… दूध बोले तो आम इंसान। दही बोले तो, जिस दूध में अध्यात्म गिरा हो। मक्खन बोले तो, जिसने अपने आपको बिलो बिलोके दही की स्थिति से बाहर…
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तलब बुझती नही अंखियो से
साँवरे….?? तलब बुझती नही अंखियो से …………!! सनम तेरे दीदार की…..* बडी मासूम सी मोहब्बत हेेै ………….!!!! यारो मेरे यार की………* ??जय श्री कृष्णा??
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रोज नित नये रूप में संवरते हो
? रोज नित नये रूप में संवरते हो.. ? क्या कहूँ आप कितने प्यारे लगते हो.. ? नजरे नही हटती आपके रूप से.. ? मेरे तो दिल में आप ही बसते हो.. ?? बाल गोपाल की जय ??
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गुनाह गिन के मैं अपने दिल
गुनाह गिन के मैं अपने दिल को क्युं छोटा करूँ…. ….सुना है तेरे करम का कोई हिसाब नहीं जय श्री कृष्णा समय जब निर्णय करता है तब गवाहों की जरूरत नहीं होती हैं साहब……….!!!!! ??✍ अकेले ही लड़नी पड़ती है…. जिंदगी की लड़ाई………….. क्योकि, लोग तसल्ली देते है…. साथ नही….. ?
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इन्सान मायुस इसलिए होता है
“इन्सान मायुस इसलिए होता है, क्योंकि वह परमात्मा को राजी करने के बजाय लोगों को राजी करने में लगा रहता है, इन्सान यह भूल जाता है, कि रब राजी तो सब राजी।” ?☘? जय श्री कृष्णा जी?☘?
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कान्हा मेरा कुछ भी लिखना
❤? है कान्हा……❤? कान्हा मेरा कुछ भी लिखना., दो पल तुमसे बातें करना होता है..। शब्दों में तुम्हें उतार कर, पन्नो पर सजाना तुम्हें अपनी उँगलियों से छूना होता है.. कान्हा।……. मेरा कुछ भी लिखना अपने शब्दों से तुम्हें पुकारना तुम्हें याद करना होता है.. कान्हा……. ?? जय श्री कृष्णा??
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सुनो ना मेरे सांवरे शोना
सुनो ना…. मेरे सांवरे शोना…. “मैने तो रंग दिया हर रंग तेरे नाम से…!!! “सांवरे शोना” मेरी आँखों से पूछ इश्क़ किसे कहते हैं….!!! ❤ जय श्री कृष्णा ❤
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ऐसा चीर बना दे मोहन
? ? ? ??? ऐसा चीर बना दे मोहन। लाज ढकूँ हर नारी की।। बनूँ सुदामाजी के तन्दुल। भूख हरूँ बनवारी की।। बाँस बना दे मुझको गोविन्द। मुरली बन तेरे कर आऊँ।। छूकर अधर तुम्हारे मोहन। राधा जी के मनको भाऊँ।। सुध बुध खो कर साथ में तेरे। तीन लोक के दर्शन पाऊ ।। जय…
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भरोसा जितना कीमती होता है
? “भरोसा जितना कीमती होता है…! धोखा उतना ही महंगा हो जाता है फूल कितना भी सुन्दर हो? ? तारीफ खुशबू से होती है इंसान कितना भी बड़ा हो कद्र उसके गुणों से होता है”…..? ???हरे कृष्णा हरे कृष्णा???