Category: श्री राम भक्ति स्टेटस
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क,ख,ग क्या कहता है जरा गौर करें
✍ *क,ख,ग क्या कहता है जरा गौर करें…_*? *”क”- क्लेश मत करो! “ख”- खराब मत करो! “ग”- गर्व ना करो! ‘घ”- घमण्ड मत करो! “च”- चिँता मत करो! “छ”- छल-कपट मत करो! “ज”- जवाबदारी निभाओ! “झ”- झूठ मत बोलो! “ट”- टिप्पणी मत करो! ‘ठ”- ठगो मत! “ड”- डरपोक मत बनो! “ढ”- ढोंग ना करो! “त”-…
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इंसानियत इन्सान को
इंसानियत इन्सान को इंसान बना देती है , लगन हर मुश्किल को आसान बना देती है । लोग यूँ ही नहीं जाते मंदिरों में पूजा करने आस्था ही तो पत्थर को भगवान बना देती है । ???जय श्री राम???
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राम राम क्यों कहा जाता है?
राम राम क्यों कहा जाता है?? क्या कभी सोचा है कि बहुत से लोग जब एक दूसरे से मिलते हैं तो आपस में एक दूसरे को दो बार ही “राम राम” क्यों बोलते हैं ? एक बार या तीन बार क्यों नही बोलते ? दो बार “राम राम” बोलने के पीछे बड़ा गूढ़ रहस्य है…
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जिनके मन में श्रीराम हैं
?????? जिनके मन में श्रीराम हैं, भाग्य में उसके वैकुंठ धाम है, उनके चरणों में जिसने जीवन वार दिया, इस संसार में उसका कल्याण हुआ भजन डायरी और भक्ति स्टेटस एप्प की ओर से नवमी की अनंत शुभकामनाएं ??????
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गुणवान तुम बलवान तुम
गुणवान तुम, बलवान तुम, भक्तों को देते हो वरदान तुम, भगवान तुम, पालनहार तुम, मुश्किल को कर देते आसान तुम ! जय श्री राम ! शुभ रामनवमी…
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अयोध्या के वासी राम
अयोध्या के वासी राम, रघु कुल के कहलाए राम, पुरुषो में हैं उत्तम राम, सदा जपो श्री राम का नाम ! राम नवमी की शुभकामनाएं
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राम जिनका नाम है
राम जिनका नाम है, अयोध्या जिनका धाम है, ऐसे रघुनंदन के जन्मोत्सव की, आपको और आपके परिवार को हार्दिक शुभकामनाएं। शुभ रामनवमी 2019
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मुखो पवित्रं यदि रामनामं
मुखो पवित्रं यदि रामनामं। हृदय पवित्रं यदि ब्रह्म ज्ञानं।। चरणौ पवित्रं यदि तीर्थ गमनं। हस्तौ पवित्रं यदि पुण्य दानं।। भावार्थ:- “राम नाम से मुँह पवित्र होता है, ब्रह्मज्ञान से ह्रदय पवित्र होता है, तीर्थ गमन से चरण पवित्र होते है, और दान पुण्य से हाथ पवित्र होते है । ‼जय सियाराम‼
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राम राम कहने से
कितने करिशमाई हैं ये शब्द राम राम राम राम कहने से– मन हलका हो जाता है ! राम राम कहने से–नकारात्मक विचार नहीं आते ! राम राम कहने से– पीड़ा शांत हो जाती है ! राम राम कहने से— खुशी उमड़ पड़ती है ! राम राम कहने से–गम कोसो दूर चले जाता है ! राम…
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सारे जगत को देने वाले
सारे जगत को देने वाले?? मैं क्या तुझको भेंट चढ़ाऊँ ! जिसके नाम से आए खुशबू मै क्या उसको फूल चढ़ाऊँ !!. वो तैरते तैरते डूब गये, जिन्हे खुद पर गुमान था ! और वो डूबते डूबते भी तर गये.. जिन पर तू मेहरबान था !!