Category: शुभ संध्या / शुभ रात्री
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हमारे पूर्वजों का अनमोल ज्ञान
हमारे पूर्वजों का अनमोल ज्ञान…!“”10””“”100″”“”1000″”“”10000″”100000″”जैसे-जैसे पैसा बढ़ता जाता है शुन्य(ता) बढ़ती जाती है….!इसलिए हमारे बुजुर्ग व्यवहारों में….“”11″”“”21″”“”51″”“”101″”देने का रिवाज बना गये है ताकि व्यवहारों के आखिर में………,(१,एकता) रहे(०,शुन्यता) नहीं….!
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जीवन में 8 का पहाड़ा
जीवन में 8 का पहाड़ा( टेबल) का बहुत महत्व होता है .पर इसकी जानकारी कम लोगों को रहती है-इसे जरूर पढ़ें8×1=8…..बचपन8×2=16….जवानी की शुरुवात8×3=24….शादी की उम्र8×4=32….बच्चे होना8×5=40….सुखी संसार8×6=48….संसारिक जिम्मेदारी8×7=56….बुढ़ापे की शुरुवात8×8=64….रिटायरमेंट8×9=72….षष्ठी पूर्ति के कार्यक्रम8×10=80….संसार से विदा लेने का समयकितना महत्वपूर्ण है 8 का पहाड़ा…. इसलिए हँसते रहो, प्यार से रहो, ये जिंदगी न आएगी दो बारा
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किसी इंसान के आज
किसी इंसान के आज को देखकरउसके भविष्य का मजाक मत उड़ाओक्योकि समय में इतनी शक्ति है किवो कोयले को धीरे-धीरे हिरे में बदल देता हैसमय जब फैसला करता है तबगवाहों की जरूरत नहीं होती..!! जयश्रीराधे_कृष्ण
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कद्र करनी है तो जीते जी करें
“कद्र” करनी है तो “जीते जी” करें“मरने” के बाद तो “पराए” भी रो देते हैंआज “जिस्म” मे “जान” है तोदेखते नही हैं “लोग”जब “रूह” निकल जाएगी तो“कफन” हटा हटा कर देखेंगेकिसी ने क्या खूब लिखा है“वक़्त” निकालकर“बाते” कर लिया करो “अपनों से”अगर “अपने ही” न रहेंगेतो “वक़्त” का क्या करोगे“गुरुर” किस बात का… “साहब”आज “मिट्टी”…
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क्या सोचा था कभी ऐसे दिन भी आएंगे
कल तक पैसे की हवा थी साहबआज हवा के पैसे हैं कभी सोचा नहीं था,ऐसे भी दिन आएँगें।? छुट्टियाँ तो होंगी पर,मना नहीं पाएँगे । ?️ आइसक्रीम का मौसम होगा,पर खा नहीं पाएँगे ।? रास्ते खुले होंगे पर,कहीं जा नहीं पाएँगे। ?️ जो दूर रह गए उन्हें,बुला भी नहीं पाएँगे।??♀️ और जो पास हैं उनसे,हाथ…
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समझदार वो नहीं जो ज्यादा पढा़ लिखा हो
समझदार वो नहीं जो ज्यादा पढा़ लिखा होबल्कि समझदार वो है जिसे ये हुनर आता हो कि किससे कहां किन शब्द और किस अंदाज में बात करनी हैदुनिया वो किताब है जो कभी नहीं पढी़ जा सकती लेकिन जमाना वो अध्यापक है जो सबकुछ सिखा देता है??राधे राधे जी ??????
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उम्र से सम्मान जरुर मिलता है
?????? उम्र से “सम्मान” जरुर मिलता है, पर “आदर” तो केवल व्यवहार से ही मिलता है! जिन्दगी को जीओ, उसे समझने की कोशिश ना करो चलते वक्त के साथ चलो, वक्त को बदलने की कोशिश न करो…. दिल खोल कर सांस लो, अंदर ही अंदर घुटने की कोशिश न करो….! कुछ बातें ईश्वर पर छोड़…
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क्रोध में भी शब्दों का चुनाव
*✍क्रोध में भी शब्दों का चुनाव ऐसा होना चाहिए,* *कल जब गुस्सा उतरे तो ख़ुद की नजरों में शर्मिंदा न होना पड़े..!!* ? ?? ?? ? ” *✍बुराई वो ही करते हैं* *जो बराबरी नहीं कर सकते “* *बस एक तज़ुर्बा लिया है ज़िन्दगी से..* *अपनो के नज़दीक रहना है तो खामोश रहो* *और अपनो…
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वक्त और दौलत के बीच का अंतर
*”वक्त” और “दौलत”* *के बीच का सबसे बड़ा अंतर…* *आपको हर *”वक्त”* *पता होता है* *आपके पास कितनी “दौलत” है,* *लेकिन आप कितनी भी *”दौलत”* *खर्च करके यह नही जान सकते* *आपके पास कितना *”वक्त”* *है* शुभ संध्या?
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मुसीबत में अगर मदद मांगो तो
धीरे धीरे पढिये पसंद आएगा… 1?मुसीबत में अगर मदद मांगो तो सोच कर मागना क्योंकि मुसीबत थोड़ी देर की होती है और एहसान जिंदगी भर का….. 2?कल एक इन्सान रोटी मांगकर ले गया और करोड़ों कि दुआयें दे गया, पता ही नहीँ चला की, गरीब वो था की मैं…. 3?जिस घाव से खून नहीं निकलता,…