Category: शुभ संध्या / शुभ रात्री
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जाे भी आया लुट गया माेहन तेरे दरबार में
~~~???~~~ जाे भी आया लुट गया ,,माेहन तेरे दरबार में…! बिक गया बिन माेल माेहन,, प्रेम के बाजार में…!! इक नजर मेरी तरफ भी देख ले हाे हम नवा..! मैं भी राेया हूं बहुत दिन रात तेरे प्यार में…!! ??????शुभ रात्रि?????? ~~~???~~~
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यूँ ही नहीं आती खूबसूरती रंगोली में
?????????? ?????????? यूँ ही नहीं आती, खूबसूरती रंगोली में । अलग-अलग रंगो को “एक” होना पड़ता है। ??????सुभ रात्रि?????? ?????????? ??????????
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दिल तो हम सबका जीत लेते है
♥♥ओ मोहना,,, दिल तो हम सबका जीत लेते है,, पर तुझ पर तो अपना दिल हार बैठे है चितचोर,,,♥♥ शुभ रात्रि
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कर्म करम की गठरी लाद के
कर्म करम की गठरी लाद के, जग में फिरे इंसान,!! जैसा करे वैसा भरे, विधि का यही विधान,!! करम करे क़िस्मत बने, जीवन का ये मर्म,!! प्राणी तेरे भाग्य में, तेरे अपने कर्म!! शुभ रात्रि ???????????????
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बुराई बड़ी मीठी हैं उसकी चाहत कम नहीं होती
बुराई बड़ी मीठी हैं, उसकी चाहत कम नहीं होती, सच्चाई बड़ी कड़वी हैं, सबको हजम नहीं होती..!! ???शुभ रात्रि???
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अपने प्यारे ग्रुप के लिए दो पंक्ति
??????????? अपने प्यारे ग्रुप के लिए दो पंक्ति….!! मानो तो एक “दिल का रिश्ता” है हम सभी का…..!! ना मानों तो “कौन “क्या ” लगता” है किसी का. ??????????????? ? राधे राधे दोस्तों शुभ संध्या???????
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कुछ नेकियाँ और कुछ अच्छाइयां
??????????? कान्हा मेरी जिंदगी कुछ नेकियाँ और कुछ अच्छाइयां.. अपने जीवन में ऐसी भी करनी चाहिए, जिनका ईश्वर के सिवाय.. कोई और गवाह् ना हो…!! ? शुभ संध्या जी ?
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रात भर सोने ना दिया
रात भर सोने ना दिया,,, इस दिल-ए-नादान ने… दिल पे कब्जा कर लिया,,, वृंदावन वाले श्याम ने… ❥ Զเधे-Զเधे ❥ शुभ रात्रि ?? ??? ???
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पत्थर हूँ चलो मान लिया
पत्थर हूँ चलो मान लिया तुम हुनरमंद थे तो मुझे तराशा क्यो नहीं शुभ रात्रि ???????????????
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अपशब्द एक ऐसी चिंगारी है
“अपशब्द” एक ऐसी चिंगारी है, जो कानों में नहीं, सीधा “मन” में आग लगाती है…!!!…… हमेशा मधुर बोलें✍ ?शुभ रात्रि ✅