Category: सुप्रभात स्टेटस

  • चिंता इतनी कीजिए

    ?? चिंता इतनी कीजिए की काम हो जाए पर इतनी नही की जिंदगी तमाम हो जाए?? मालूम सबको है कि जिंदगी बेहाल है, लोग फिर भी पूछते हैं और सुनाओ क्या हाल है ? good morning ?

  • ज़िंदगी उसी को आज़माती है

    ? ।।सुप्रभातम।। ? ज़िंदगी उसी को आज़माती है, जो हर मोड़ पर चलना जानता है। कुछ पाकर तो हर कोई मुस्कुराता है, ज़िंदगी शायद उनकी ही होती है। जो बहुत कुछ खोकर भी, मुस्कुराना जानता है। ?? आपका दिन शुभ और मंगलमय हो ??

  • विचार अगर अच्छे है तो अपना

    विचार अगर अच्छे है तो अपना मन ही मंदिर है, आचार अगर अच्छा है तो अपना तन ही मंदिर है व्यवहार अगर अच्छा है तो अपना धन ही मंदिर है और यह तीनों अगर अच्छे है तो अपना जीवन ही मंदिर है!! ?सुप्रभातम्? ??जय श्री कृष्णा??

  • सुख हो दुःख हो अगर साथ

    सुख हो, दुःख हो, अगर साथ वो, फर्क नहीं पड़नेवाला, सारे खेल की वो धुरी है, वो ही प्रारब्ध घड़नेवाला। हम केवल उसकी कठपुतली, वो नित खेल रचानेवाला, सांस सांस गंगा सी बहती, श्याम तुम्हारी मधुशाला।??Զเधे_Զเधे?? ??सुप्रभात_जी ??

  • हे मेरे सांवरे तेरा कोई जबाब

    ????????????।। हे मेरे सांवरे तेरा कोई जबाब नही तू करु।। किसकी झोली कितनी भर दे कोई ।। हिसाब नही खडी हूं तेरे द्वारे ।। सांवरे बस तेरे सहारे के ।। लिए तू दे दे मुझे ।। सहारा मुझे ।। दुनिया की ।। दरकार।। नही ।। ????????????।। जय श्री राधे क्रष्ण सुप्रभात

  • कभी कभी ठोकरें भी

    ????? ❝कभी कभी ठोकरें भी अच्छी होती हैं..! एक तो रास्ते की रुकावटों का पता चलता है..! और दूसरा संभालने वाले हाथ किसके हैं..! ये भी पता चलता है..!❞ “”सदा मुस्कुराते रहिये”” “” सुप्रभात””?

  • ​सार्वजनिक रूप से की गई

    . ? ​विचार पुष्प​ ? ​सार्वजनिक रूप से की गई आलोचना अपमान में बदल जाती है​ ​ओर​ ​एकान्त में बताने पर सलाह बन जाती है​। ​हम समझते कम ओर समझाते ज्यादा है।​ ​इसीलिए सुलझते कम उलझते ज्यादा है।​। ? Good morning ?

  • आप जो चाहें वह कर सकते

    “आप जो चाहें वह कर सकते हैं। आप इस अनंत ब्रह्मांड की तरह ही अनंत संभावनाओं से परिपूर्ण हैं…!!!” सुप्रभात…??

  • उम्र में चाहे कोई बड़ा या छोटा हो

    उम्र में चाहे कोई बड़ा या छोटा हो, लेकिन वास्तव में बड़ा तो वही है, जिसके दिल में सबके लिए प्रेम, स्नेह और सम्मान की भावना हो ! ??सुप्रभात??

  • कि तुम मुझे पसंद करो

    स्वामी विवेकानंद जी कहते थे “कि तुम मुझे पसंद करो या मुझसे नफरत, दोनो ही मेरे पक्ष में हैं।” “क्योंकि अगर तुम मुझको पसंद करते हो तो, मैं आपके दिल में हूँ, और अगर तुम मुझ से नफरत करते हो , तो मैं आपके दिमाग में हूं !!” “पर रहूंगा आप के पास ही” ???शुभ…